प्रकृति ने हमें बहुत कुछ दिया है। यदि आप एक nature lover है और प्रकृति से जुड़ी नई नई चीजों के बारे में जानने का शौक रखते हैं, तो यह article आपके लिए है। आज के इस लेख के माध्यम से हम जानने वाले हैं कि जोजिला दर्रा किस राज्य में स्थित है? दर्रे क्या होते हैं? इस आर्टिकल में हम जोजिला दर्रा के बारे में विस्तार पूर्वक जानेंगे तो चलिए शुरू करते हैं:-
दर्रा क्या होता है?
दर्रा आने जाने के लिए अर्थात आवागमन का एक प्राकृतिक रास्ता होता है जो पहाड़ियों एवं पर्वतीय क्षेत्रों में होता है।
यदि हम आसान भाषा में समझे तो दर्रे दो पहाड़ों के बीच की ऐसी जगह होती है जो नीचे की और दब गई हो, पर इस तरह की संरचना ज्यादातर नदियों के बहने से बनती है, लेकिन इसके कुछ और भी कारण होते हैं जिनकी वजह से दरों का निर्माण होता है:- जैसे भूकंप, ज्वालामुखी, जमीन का खिसकना आदि।
हिमालय के प्रमुख दर्रा के नाम
- कराकोरम दर्रा
- जोजिला दर्रा
- बुर्जिल दर्रा
- पीर पंजाल दर्रा
- बनिहाल दर्रा
- शिपकीला दर्रा
- रोहतांग दर्रा
- बडोला चाला दर्रा
- माना दर्रा
- नीति दर्रा
- नाथूला दर्रा
जैसा कि आप जानते हैं हमारा आज का यह आर्टिकल जोजिला दर्रा पर आधारित है, तो आइए जोजिला दर्रा को विस्तार से जानते हैं:-
जोजिला का अर्थ
जोजीला दो शब्दों को मिलाकर बना है जोजी और ला। जोजी का अर्थ बर्फानी तूफान होता है और ला का अर्थ दर्रा होता है, तो इस तरह से जोजि ला का अर्थ बर्फानी तूफान का दर्रा होता है।
जोजिला दर्रा का सही नाम जोजि ला है। तिब्बती, लद्दाखी और हिमालय क्षेत्र में बोले जाने वाली बोली मे ला शब्द का अर्थ दर्रा होता है, तो इसलिए जोजिला दर्रा के नाम को गलत कहा जा सकता है। यह निरर्थक है। नाथू ला, लेह मनाली राजमार्ग पर बरलाचा ला, खारदुंग ला आदि कुछ उदाहरण है जिनमें हम देख सकते हैं कि ला शब्द का प्रयोग दर्रे के लिए किया गया है।
जोजिला दर्रा कहां है?
जोजिला दर्रा भारतीय लद्दाख क्षेत्र के हिमालय में स्थित है। जोजिला दर्रा को जोजी दर्रा भी कहा जाता है। जोजिला दर्रा लद्दाख के कारगिल जिले में स्थित है। यह दर्रा कश्मीर घाटी को अपने पश्चिम में ब्रास और शुरू घाटियों से जोड़ता है और कश्मीर घाटी को पूर्व में सिंधु घाटी से जोड़ता है। जोजिला दर्रा को लद्दाख का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है।
जोजिला दर्रा की कुछ महत्वपूर्ण बातें
जोजिला जम्मू और कश्मीर की राजधानी श्रीनगर से लगभग 100 किलोमीटर दूर है और यह सोनमर्ग से लगभग 15 किलोमीटर दूर है। यह कश्मीर घाटी और लद्दाख के बीच एक मार्ग प्रदान करता है। इस दर्रे की ऊंचाई लगभग 11575 फीट है। यहां पर बहुत अधिक बर्फ गिरती है जिसकी वजह से इसे हर साल सर्दियों के दौरान बंद कर दिया जाता है।
भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान जोजिला दर्रा पर कब्जा
भारत और पाकिस्तान के बीच 1947-1948 के दौरान युद्ध हुआ था। इस युद्ध में पाकिस्तानियों ने जोजिला पर कब्जा कर लिया था। पाकिस्तानियों से जोजिला को वापस लेने के लिए भारतीय सेना के द्वारा ऑपरेशन बाईसन चलाया गया था। 1 नवंबर को भारतीय सेना ने ऑपरेशन बायसन नाम के हमले से जोजि ला पर वापस अधिकार कर लिया था।
जोजिला दर्रा काफी ऊंचाई पर स्थित है। उस समय इस highest ऊंचाई पर टैंकों के द्वारा युद्ध करना दुनिया में आश्चर्यजनक था।
जोजिला टनल
जोजिला सुरंग परियोजना को भारत सरकार द्वारा जनवरी 2018 में approve किया गया था। इसके निर्माण कार्य की शुरुआत प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा मई 2018 में की गई थी।
यह 14.3 किलोमीटर लंबी सुरंग होगी जो जोजीला को पार करने के समय को 3 घंटे कम करके सिर्फ 15 मिनट कर देगी। सुरंग बनाने पर शुरुआती लागत 930 मिलियन अमेरिकी dollar है। यह दोनों तरफ चलने वाली एशिया की पहली, सबसे लंबी सुरंग होगी। इसका निर्माण कार्य अभी चल रहा है।
भारत के प्रमुख दर्रे
भारत में चार प्रमुख दर्रे हैं जो निम्न है:-
थालघाट – यह मुंबई को नासिक से जोड़ता है। यह 583 मीटर ऊंचा है।
भोर घाट – भोरघाट एक प्राकृतिक दर्रा है जो मुंबई को पुणे से जोड़ता है।
पालघाट – यह केरल को तमिलनाडु से जोड़ता है। यह 305 मीटर ऊंचा है।
रोहतांग दर्रा – रोहतांग दर्रा – रोहतांग दर्रा हिमाचल में स्थित कुल्लू घाटी को लाहौल और स्पीति से जोड़ता है।
निष्कर्ष
इस लेख के माध्यम से हमने जाना कि जोजिला दर्रा कहां पर स्थित है, साथ ही हमने आपको जोजीला से संबंधित जानकारी से अवगत करवाया है। यदि यह जानकारी आपको पसंद आई है तो आप इसे अपने फैमिली और दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें। इस लेख से संबंधित कोई भी प्रश्न आपके मन में है तो आप हमें comment section में लिखकर जरूर बताएं।