SSB: Sashastra Seema Bal
SSB Full Form ‘Sashatra Seema Bal’ है. सशस्त्र सीमा बल ( SSB ) नेपाल और भूटान के साथ अपनी सीमा पर तैनात गृह मंत्रालय (MHA) के अधीन भारत की एक सीमा सुरक्षा बल है.
इसे मुख्य तौर पर बल को मूल रूप से 1963 में विशेष अभियान ब्यूरो के नाम से स्थापित किया गया था जिसका प्रमुख उद्देश्य चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की आक्रामकता का मुकाबला करना था. विशेष सेवा ब्यूरो की पिछली भूमिका शांति के समय के साथ-साथ युद्ध के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भारत की सीमा की आबादी को प्रेरित करना और जोड़ना और राष्ट्रीय एकता के महत्व में, आबादी के बीच सुरक्षा और भाईचारे की भावना को बढ़ावा देना था। इसकी वर्तमान भूमिका में सीमा पार से होने वाले अपराध और तस्करी के साथ-साथ अन्य राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों को रोकना शामिल है।
एसएसबी को 1973 की आपराधिक प्रक्रिया संहिता, 1959 के शस्त्र अधिनियम, 1985 के एनडीपीएस अधिनियम और 1967 के पासपोर्ट अधिनियम के तहत कुछ शक्तियों से सम्मानित किया गया है। भारत सरकार ने भी SSB कुछ अतिरिक्त शक्तियां दी हैं.
इन शक्तियों का इस्तेमाल भारत-नेपाल और भारत-भूटान सीमाओं के साथ-साथ उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम और अरुणाचल प्रदेश में इन शक्तियों का प्रयोग 15 किलोमीटर के भीतर किया जा सकता है.
SSB Full Form – Service Selection Board
SSB का पूरा नाम यानी full form Service Selection Board होता है। SSB को हिंदी में सेवा चयन बोर्ड कहते है। यह भारतीय रक्षा मंत्रालय द्वारा स्थापित किया गया एक संगठन है जो उम्मीदवारों को भारतीय सशस्त्र बलों में अधिकारी बनने के लिए मूल्यांकन करता है। बोर्ड मूल्यांकन प्रणाली के एक मानकीकृत प्रोटोकॉल का उपयोग करके एक अधिकारी बनने के लिए उम्मीदवार की उपयुक्तता का मूल्यांकन करता है जो व्यक्तित्व, बुद्धि परीक्षण और साक्षात्कार का गठन करता है। परीक्षण दोनों प्रकार के होते हैं अर्थात लिखित और व्यावहारिक कार्य-आधारित।
SSB क्या होता है?
SSB एक ऐसा सिलेक्शन बोर्ड है जो भारतीय सेना भर्ती होने आए अभ्यर्थियों का कई तरह से निरीक्षण करता है। SSB, इंटरव्यू द्वारा यह जांचता है कि कैंडिडेट में क्या खूबियां है और वह दिए जाने वाले पद के योग्य है या नहीं। SSB, कैंडिडेट की शारीरिक क्षमता से ज्यादा उनकी मानसिक बुद्धिमता को मापता है। हालांकि आपका सेना बलों में नियुक्ति के लिए शारीरिक तौर पर मजबूत होना आवश्यक होता है।
भारत में SSB की शुरुआत भारत रक्षा मंत्रालय द्वारा सन 1943 में हुई थी और प्रक्रिया आज तक जारी और Army, Navy और Air force में भर्ती होने वाले युवाओं की क्षमता को जांच रही है।
SSB interview की प्रक्रिया क्या है
SSB interview की प्रक्रिया टोटल 5 दिन की होती है जिसमें कैंडिडेट्स के कई सारे परीक्षण किए जाते है जो निम्न है –
- पहला दिन: प्रत्येक छात्र के लिए इंटरव्यू का केंद्र UPSC तय करता है जहां कैंडिडेट्स के इंटरव्यू की शुरुआत होती है। पहले दिन कैडेट्स का OIR और PP and DT टेस्ट होता है।
- दूसरा दिन: इस दिन कैंडिडेट्स को कई सारे कठिन टेस्ट देने होते है इसलिए इस दिन को सबसे कठिन दिन माना जाता है। दूसरे दिन कैंडिडेट्स को साइकोलॉजिकल टेस्ट जैसे – थीमेटिक अप्रिसिएशन टेस्ट,वर्ड एसोसिएशन टेस्ट,सिचुएशन रिएक्शन टेस्ट और सेल्फ डिस्क्रिप्शन देने पड़ते है।
- तीसरा दिन: तीसरे दिन भी कैंडिडेट्स को कई सारे टेस्ट से गुजरना पड़ता है। लेकिन तीसरे दिन खासकर ग्रुप संबंधी टेस्ट किए जाते है जैसे – ग्रुप discussion, progressive group task आदि। इन टेस्ट के दौरान कैंडिडेट्स की शारीरिक क्षमता, कम्युनिकेशन skills आदि का निरीक्षण किया जाता है।
- चौथा दिन: इस दिन task में कुछ ज्यादा बदलाव नहीं होते है यह दिन भी तीसरे दिन की भांति ही होता है। इस दिन भी ग्रुप संबंधी टेस्ट होते है।
- पांचवा दिन: पांचवा दिन परिणाम का दिन होता है जिसमें सभी कैंडिडेट्स को एक पैनल हॉल में बिठाया जाता है और परिणाम रिपोर्ट दी जाती है। चार दिन के कठिन परीक्षण को पास करने वाले कैंडिडेट्स को बाद में physical test के लिए भेजा जाता है। इन पांच दिनों के दौरान आपको किसी भी वक़्त पर्सनल इंटरव्यू के लिए बुलाया जा सकता है इसलिए पांचों दिन आपको mentally prepare रहने की आवश्यकता होती है।
इस तरह SSB द्वारा आयोजित पांच दिवसीय इंटरव्यू का समापन होता है।